भोजपुरी के मशहूर खलनायक संजय पाण्डेय के बड़े भाई का रोल अवधेश मिश्रा इस फ़िल्म में कर रहे है। वे फ़िल्म में विलेन हैं। हीरो हीरोइन नए हैं। संतराम अच्छे लेखक डायरेक्टर है। इस फ़िल्म के टाइटल और इसकी कहानी के बारे मे डायरेक्टर संतराम का कहना है “इश्क तो नादान होता है समझदारी से तो व्यापार होता है। इसलिए इसका नाम नादान इश्क रखा है। मुझे इस टिन एज स्टोरी के लिए 18-19 साल के लड़के लड़की चाहिए थी। मैंने इन दोनों लड़के लड़की का ओडिशन लिया. अब देखिए फ़िल्म का शूट शुरू हुआ है।” यह एक साफ सुथरी कहानी है, कोई वल्गैरिटी नही है। टीनएजर लव स्टोरी है। फ़िल्म में छोटे बाबा का संगीत है। नवम्बर तक इसको रिलीज़ का प्लान है। लेखक अभय यादव का कहना है कि निर्देशक संतराम को यह सब्जेक्ट पसन्द आया। नया कंटेंट है भोजपुरी सिनेमा के लिए। उम्मीद है कि दर्शको को भी पसन्द आएगा।” आशीष कुमार और प्रीति कुमारी इस क्यूट सी लव स्टोरी और इसकी शूटिंग को लेकर बेहद एक्साइटेड हैं। इसमें दलित फैमिली से लड़का बिलोंग करता है। कहानी जातपात के उपर है। लोगों को इसमें कानपुर की लोकेशन देखने को मिलेगी। Akhlesh Singh(PRO)]]>