-स्पर्श जी, आप अपनी जर्नी को कैसे देखते हैं? * देखिये, मैं दिल्ली से सम्बन्ध रखता हूँ. आठ वर्षों तक थिएटर किया है. नाटक करके ही मैंने एक्टिंग की बारीकियां सीखीं और पूरे भारत में परफोर्म किया. २०११ में मुंबई आया. उसके बाद कई फिल्मे कीं, लेकिन रिलीज़ नहीं हो पाई. इस दौरान मैंने टीवी इंडस्ट्री में कदम रखा. सहारा वन चैनल के सीरियल ‘कहानी चंद्रकांता की’ में अभिनय किया. उसमे मैंने सात आठ महीने काम किये. कहीं न कहीं मुझसे क्रिएटिविटी छूट रही थी, एक्टिंग का जो क्राफ्ट मैंने बड़ी मुश्किल से सीखा था वह छूट रहा था. इसलिए मैंने सीरियल्स से ब्रेक लिया और फिल्मो में काम करने का इरादा किया. -फिर फिल्मो का सफ़र कैसे शुरू हुआ? * कबीर सदानंद के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘गोलू और पप्पू’ में काम किया. २०१४ में रिलीज़ हुई इस फिल्म में मेरा एक अहम किरदार था, जिसका नाम परवेज़ था. जिसकी शूटिंग हिमाचल प्रदेश में हुई थी. बेहतरीन लोकेशन थी फिल्म के प्राइमरी कलाकारों में मैं एक था. इस फिल्म में डिम्पल कपाडिया, कुणाल राय कपूर, वीर दास, संदीपा धार, दीपक तिजोरी भी थे. उस फिल्म को करते समय डायरेक्टर कबीर सदानंद से मेरे घरेलु रिश्ते बन गए थे. इस फिल्म में मेरे काम से कबीर सर इतने इम्प्रेस हुए कि उन्होंने मुझे अपनी अगली फिल्म ‘फ़गली’ ऑफर कर दी. हालाँकि मेरी पहली रिलीज़ फिल्म फगली ही थी उसके बाद गोलू और पप्पू रिलीज़ हुई थी. २०१४ में रिलीज़ हुई फिल्म फगली में मेरा किरदार कुकी का था. फगली में जिम्मी शेरगिल, मोहित मारवाह, कियारा अडवाणी, विजेंद्र सिंह ने अभिनय किया था. -इसके बाद आपकी क्या व्यस्तता रही? * इसके बाद भी मैंने कई फिल्मो में काम किया जो रिलीज़ तक नहीं पहुँच पाई. इस दौरान मैंने एक फिल्म ‘कासगंज’ लिख डाली. कई फिल्मे करने के बाद भी मुझे ऐसे रोल नहीं मिल रहे थे जिसमे मैं खुल कर अपनी अभिनय प्रतिभा दिखा सकूँ. इसलिए मैंने यह फिल्म लिखी. अब मेरी रिलीज़ होने वाली तीसरी फिल्म ‘बटालियन 609’ आ रही है जो ११ जनवरी को सिनेमाघरों में पेश की जाएगी. -फिल्म ‘बटालियन 609’किस तरह की फिल्म है? *इस फिल्म की सबसे खास बात यह है कि एक वार फिल्म होते हुए भी इसमें क्रिकेट एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है. भारत पाकिस्तान के बीच एक क्रिकेट मैच बोर्डर पर होता है. कैसे सोल्जर्स की टीम बनती है. फिल्म की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस फिल्म में भारत और पाकिस्तान के बीच एक क्रिकेट मैच है। जो सरहद पर खेला गया है। यह अपने आप में एक अनोखी फिल्म है. एक रोमांचकारी फिल्म, ‘बटालियन 60 9’ भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्धों के विषय को छूती है। इसका एक अनूठा विषय है. बृजेश बटुकनाथ त्रिपाठी द्वारा लिखित और निर्देशित, फिल्म ‘बटालियन 609 का निर्माण नारायणदास लालवानी द्वारा किया गया है। डायरेक्टर और प्रोड्यूसर की भी यह पहली फिल्म है. फिल्म में बिग बॉस से प्रसिद्ध हुई दीपिका इब्राहिम के पति शोएब इब्राहिम हैं। -फिल्म में आपका किरदार किस तरह का है? *इस फिल्म में मेरा सबसे इंट्रेस्टिंग किरदार है. यह एक ऐसा किरदार है जिससे दर्शकों को प्यार हो जायेगा. देखिये अगर फिल्म आर्मी बेस्ड होती है तो एक ही इमोशन होता है वतन के लिए प्यार. मेरे किरदार का नाम है जस्सी. और जस्सी के किरदार में इतने सारे शेड्स हैं कि इसको करने में बहुत मज़ा आया. जस्सी एक इंडियन फौजी है और उसके अन्दर फ़िल्मी कीड़ा है. वह फिल्मो से बड़ा इंस्पायर्ड है और सदाबहार एक्टर्स के मशहूर डायलॉग बोलता है. वह किसी भी सिचुएशन में किसी मशहूर कलाकार का कोई संवाद बोल देता है जो उस स्थिति में सटीक लगता है. यह एक ऐसा किरदार है जो फिल्म में कॉमेडी भी क्रिएट कर रहा होता है. जस्सी की कॉमेडी का अंदाज़ ऐसा है कि दर्शकों को गुदगुदा कर निकल जाता है. जस्सी एक ऐसा किरदार भी है जो अपने वतन के लिए कुछ भी कर गुजरने का जज्बा भी रखता है. वह फिल्म में बहुत अच्छा फाइटर है. फिल्म के निर्माता मुझे जस्सी कहकर बुलाते थे, यह भी अपने आप में एक कॉम्प्लीमेंट रहा है. -इस फिल्म में आपके साथ कौन सी अभिनेत्री नज़र आएँगी? * इस फिल्म में मेरे अपोजिट हिरोइन फर्नाज़ शेट्टी हैं. इनके साथ जस्सी का रोमांस भी है. फ़रनाज़ ने फिल्म में बिजली का किरदार अदा किया है. जस्सी कैसे बिजली को इम्प्रेस करने की कोशिश करता रहता है यही फिल्म में दिखाने की कोशिश की गई है. यह बहुत सी क्यूट लव स्टोरी है. जिस तरह फिल्म शोले में धर्मेन्द्र और हेमा मालिनी की लव स्टोरी चलती रहती है कुछ उसी तर्ज पर इस फिल्म में बिजली और जस्सी की है. -फिल्म की शूटिंग का अनुभव कैसा रहा? *इस फिल्म की शूटिंग बीकानेर में हुई है. राजस्थान में रेत पर शूटिंग करना हमारे लिए बड़ा मुश्किल था. जेपी दत्ता साहेब की फिल्म बॉर्डर जहाँ शूट हुई थी हमारी फिल्म भी उसी लोकेशन पर शूट की गई है. वहां 48 डिग्री के तापमान पर हमने शूट किया. यह एक जादुई अनुभव था. -फिल्म क्या कहना चाहती हैं? * यह एक सीरियस इंटेंस फिल्म है. फिल्म यह कहना चाहती है कि जरुरी नहीं है कि जंग के द्वारा ही दो देशों के मुद्दे हल हों. बातों से ही समस्या का समाधान निकल सकता है युद्ध से नहीं. हमारी फिल्म में क्रिकेट मैच को एक हल के रुप में दर्शाया गया है. – इसके बाद आपके अपकमिंग प्रोजेक्ट्स कौन से हैं? * जी हाँ, इस फिल्म के अलावा मेरे पास ३ और प्रोजेक्ट्स हैं. मैंने डायरेक्टर एस एस राजामौली के असोसिएट डायरेक्टर के साथ एक फिल्म साइन की है. ‘भयम – बियोंड फियर’ नाम की इस फिल्म से वह बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रहे हैं. इस फिल्म की शूटिंग उत्तर प्रदेश में होगी. फ़रवरी में इस फिल्म की शूटिंग शुरू होगी. 30 दिनों का शूट होगा. यह एक साइक्लोजिकल थ्रिलर फिल्म होगी. ‘भयम’ के बाद हम फिल्म ‘कासगंज’ शुरू करेंगे. मैं इस फिल्म में एक्टर और राइटर हूँ. उस फिल्म में मैं नायक हूँ. कासगंज यूपी की जगह है. इसकी शूटिंग भी यूपी में ही होगी. जहाँ तक वेब सिरीज़ का सम्बन्ध है मुझे लगता है कि यही फ्यूचर है.]]>